- विवरणिका
- इतिहास
- दृष्टि एवं मिशन
- संगठनात्मक संरचना
-
बोर्ड निदेशक
विवरणिका
भारत सरकार के पूर्ण स्वामित्वाधीन अनुसूची ‘ए’ मिनीरत्न श्रेणी-।, कंपनी भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड में आपका स्वागत है। इसे 13 जनवरी, 2006 को निगमित किया गया था। तकनीकी तौर पर एक अभिनव संस्था भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड को प्रतिभूति मुद्रण एवं मुद्रा निर्माण में सदियों का अनुभव है। वित्त मंत्रालय के आर्थिक कार्य विभाग के मुद्रा एवं सिक्का प्रभाग के अंतर्गत 10 फरवरी, 2006 को तत्कालीन 9 उत्पादन इकाइयों का प्रबंधन, नियंत्रण, रख-रखाव एवं संचालन भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड को सौंप दिया गया था। भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड वित्त मंत्रालय निदेशक मंडल के जरिए पर अपना प्रशासनिक नियंत्रण रखता है।
भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड मुद्रा, बैंक नोट, प्रतिभूति कागज, गैर-न्यायिक स्टेम्प, पेपर, डाक टिकट एवं स्टेशनरी, पासपोर्ट, वीजा जैसे यात्रा संबंधी दस्तावेज, प्रतिभूति प्रमाणपत्र, चैक, बंधपत्र, वारंट, प्रतिभूति विशेषताओं युक्त विशिष्ट प्रमाण, प्रतिभूति स्याही, परिचालन एवं स्मारक सिक्कों, पदकों का विनिर्माण एवं उत्पादन, सोने एवं चांदी का शुद्धिकरण और अमूल्य धातुओं का परीक्षण करता है।
विश्वसनीयता
अति सुरक्षित एवं अत्याधुनिक उत्पादन सुविधा के अंतर्गत उत्पादित उच्च गुणत्ता युक्त नवोन्मेष एवं अभिनव उत्पादों का उत्पादन और उपभोक्ताओं की संतुष्टि भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड की अनूठी पहचान है। भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड ने प्रतिभूति मुद्रण के विशिष्ट बाजार में लगभग 100 वर्ष से अपनी साख बनाई है। भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड की इकाइयां गत 02 शताब्दियों से सिक्का निर्माण के क्षेत्र में कार्य करती आ रही हैं। भारत के विभिन्न भागों में स्थिति 09 इकाईयों के परिश्रमिकी एवं कर्मठ 5,877 ( 30.06.2023 तक ) कर्मचारी भारत प्रतिभूति मुद्रण एवं मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड को एक विश्व स्तरीय संगठन बनाते हैं।
हमारे नवोन्मेष सामर्थ्य का आधार
भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड अभिनव एवं मूल्यवर्धित उत्पादों के उत्पादन की दिशा में सतत रूप से प्रयासरत है। हमारे पास संबंधित भारतीय संस्थानों की अनुसंधान एवं विकास की सुविधाएं उपलब्ध हैं। दक्षता एवं गुणवत्ता में सुधार हेतु अत्याधुनिक प्रयोगशाला और गुणवत्ता नियंत्रण प्रणाली का निरंतर संचालन किया जाता है। उपभोक्ताओं की विभिन्न आवश्यकताओं के अनुसार उत्पादन करना हमारी प्रमुख शक्ति है और इस दिशा में हमारी इकाइयां उन्हें हरसंभव सुगमता प्रदान करती है।
विरासत को आगे बढ़ाना
09 उत्पादन इकाइयों में 04 भारत सरकार टकसालें, 02 चालार्थ पत्र मुद्रणालय, 02 प्रतिभूति मुद्रण मुद्रणालय एवं 01 प्रतिभूति कागज कारखाना शामिल हैं।
इतिहास
एसपीएमसीआईएल हालांकि एक नई इकाई है जो उन इकाइयों से बना है जिनके पास देश में प्रतिभूति मुद्रण और टकसाल कार्य का एक समृद्ध और लंबा इतिहास है।
दृष्टि
- संपूर्ण क्षमता एवं डिजाइन निर्माण सामर्थ्य द्वारा पारदर्शी, लागत प्रभावी और कुशल तरीके से अत्याधुनिक मुद्रा, सिक्कों तथा विविध प्रतिभूति उत्पादों को तैयार करना।
- मानक, प्रक्रिया स्वचालन, अनुप्रयुक्त अनुसंधान एवं विकास, स्वदेशीकरण और तीन प्रमुख क्षेत्रों समाज, पर्यावरण एवं वित्तीय लक्ष्यों पर निरंतर ध्यान केन्द्रित करना।
- कर्मचारियों, ग्राहकों और हितधारकों का हित सुनिश्चित करना।
संगठनात्मक संरचना
श्रीमती सुमन नाथ
मुख्य महाप्रबंधक, मुद्रा प्रबंधन विभाग,
भारतीय रिजर्व बैंक